Raipur News: रायपुर। रायपुर नगर निगम अपनी वित्तीय हालत को सुधारने के लिए लगातार काम कर रहा है। शहर के 28 गार्डनों को निजी एजेंसियों को ठेके पर देकर निगम 56 लाख रुपये की कमाई करेगा। सभी गार्डनों को ठेके पर देने निविदा जारी किया जा चुका है और अब तक छह गार्डन गांधी उद्यान, गुरु तेग बहादुर, अनुपम गार्डन, कलेक्टोरेट गार्डन, चिंताहरण गार्डन और सेंट्रल लाइब्रेरी के पास स्थित गार्डन को ठेके पर लेने एजेंसियों ने प्रस्ताव भी भेजा है। निगम के अधिकारियों ने ठेका एजेंसी तय भी कर दिया है। आने वाले समय में सभी गार्डन ठेके पर संचालित किए जाएंगे।इन गार्डनों का रखरखाव करने साथ ही गार्डन के बाहर फास्ट फूड के स्टाल, दुकान आदि ठेका कंपनी किराए पर देगी।
करीब दो साल तक कोरोना संकटकाल के चलते शहर के बाग-बगीचे पूरी तरह से बंद रहे। स्थिति सामान्य होने के बाद रायपुर के गार्डन और पार्क में इन दिनों रौनक आ गई है। गार्डन में घूमने आने वाले लोगों को जल्द ही यहां पर फूड जोन की सुविधा मिलेगी यानी चाट-पकौड़े का लुत्फ लोग उठा सकेंगे। यही नहीं, इवेंट के लिए किराए पर जगह भी दी जाएगी। निगम मुख्यालय के सामने स्थित गार्डन का पांच फीसद यानी दो हजार वर्गफुट का हिस्सा सालाना सात लाख रुपये में निजी कंपनी को ठेके पर दिया गया है।
इसी तरह से गांधी उद्यान, गुरु तेग बहादुर, अनुपम गार्डन, कलेक्टोरेट गार्डन, चिंताहरण गार्डन और सेंट्रल लाइब्रेरी के पास स्थित गार्डन को भी ठेके पर देने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। दरअसल गार्डनों के रखरखाव पर निगम को हर साल लाखों रुपये खर्च करना पड़ता था, इस तरह गार्डनों को आत्मनिर्भर बनाने यानी रखरखाव का खर्च खुद निकालने के लिए निगम ने यह योजना बनाई। एक गार्डन से निगम को सालाना कम से कम दो लाख रुपये लाइसेंस फीस मिलेगी। निजी ठेका एजेंसी यहां पर गुपचुप, चाट-भेल के ठेले और गुमटियां लगवाएगी। गार्डन में स्टेज बनाकर इवेंट के आयोजन भी कराए जाएंगे। कंपनी को यहां पर विज्ञापन का अधिकार भी मिलेगा।
वाई-फाई निश्शुल्क
ठेका एजेंसी को गार्डनों में सारी सुविधाओं के साथ वाई-फाई भी निश्शुल्क उपलब्ध कराना है। गार्डन का मेंटनेंस एजेंसी के जिम्मे होगा। घूमने आने वालों से वाहनों का पार्किंग शुल्क भी नहीं लिया जाएगा। शहर के 28 उद्यानों को भी ठेके पर देने से निगम को हर साल 56 लाख रुपये की आय होगी।
प्रक्रिया कर ली गई है पूरी
शहर के 28 गार्डनों के रखरखाव,सुरक्षा की शर्त पर निजी एजेंसी को ठेके पर देने की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। इससे निगम को हर साल 56 लाख रुपये की आमदनी होगी।
हेमंत शर्मा,कार्यपालन अभियंता, उद्यानिकी विभाग, रायपुर नगर निगम