Thursday, April 10, 2025
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    रायपुर में साइबर अपराध: सेवानिवृत्त शिक्षक को प्रोफेसर बनकर ठगों ने लगाया 33.57 लाख का चूना

    यह दुखद है कि ऐसे साइबर अपराध लगातार हो रहे हैं। रायपुर में हाल ही में एक घटना में एक रिटायर्ड शिक्षक को शेयर बाजार में निवेश के झूठे वादे देकर 33.57 लाख रुपये की ठगी का शिकार बनाया गया। ठग ने खुद को प्रोफेसर बताकर शिक्षक से संपर्क स्थापित किया और निवेश के लाभों के बारे में जानकारी वाले लिंक भेजे। शिक्षक ने भरोसा कर कई किश्तों में पैसे जमा कर दिए। यह घटना लोगों के लिए एक चेतावनी है कि किसी भी वित्तीय लेन-देन से पहले अच्छी तरह से सत्यापन और सावधानी बरतें।

    • HighLights
    • ठग ने खुद को प्रोफेसर बताकर शेयर मार्केट में निवेश करने का दिया झांसा।
    • रिटायर्ड शिक्षक ने कई किश्तों में पैसे जमा किए, बाद में संपर्क टूट गया।
    • रायपुर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की, ठगों की तलाश जारी।

    रायपुर में साइबर अपराध की नई घटना: सेवानिवृत्त शिक्षक से 33 लाख से अधिक की धोखाधड़ी रायपुर शहर में साइबर अपराध की घटनाएँ लगातार जारी हैं। हाल ही में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक सेवानिवृत्त शिक्षक को ऑनलाइन धोखाधड़ी का शिकार बनाया गया। अपराधियों ने स्टॉक मार्केट में निवेश के बहाने से लगभग 33.5 लाख रुपये की ठगी की। यह घटना रायपुर के मुजगहन पुलिस स्टेशन क्षेत्र में हुई। पीड़ित, चंद्रमणि पांडेय नाम के एक सेवानिवृत्त शिक्षक, को एक व्यक्ति ने संपर्क किया जो खुद को प्रोफेसर बता रहा था। इस कथित प्रोफेसर ने पांडेय को शेयर बाजार में निवेश का प्रस्ताव दिया और एक लिंक भेजा। इस लिंक के माध्यम से पांडेय ने स्टॉक ट्रेडिंग शुरू करने का फैसला किया, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें भारी आर्थिक नुकसान हुआ। यह घटना साइबर सुरक्षा के महत्व और ऑनलाइन लेनदेन में अत्यधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता को रेखांकित करती है।” 

    धोखेबाज ने चरणबद्ध तरीके से करवाया धन जमा अपराधी ने पीड़ित सेवानिवृत्त शिक्षक से कई बार धन जमा करवाया। प्रारंभ में, शेयर बाजार में मुनाफे का झूठा वादा किया गया। इससे प्रभावित होकर, शिक्षक ने और अधिक राशि निवेश की। परंतु, जैसे-जैसे वे धन भेजते गए, उनके खाते से पैसे निकलने लगे। इस धोखाधड़ी में कुल 33,57,000 रुपये की हानि हुई। जब पीड़ित को अपराध का एहसास हुआ, उन्होंने तत्काल मुजगहन पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने जांच आरंभ कर दी है और आश्वासन दिया है कि अपराधियों को शीघ्र गिरफ्तार किया जाएगा। यह मामला साइबर अपराध के अंतर्गत पंजीकृत किया गया है। यह घटना दर्शाती है कि ऑनलाइन निवेश के प्रस्तावों के प्रति सतर्क रहना कितना महत्वपूर्ण है। नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे अज्ञात स्रोतों से प्राप्त निवेश संबंधी सुझावों पर संदेह करें और हमेशा प्रामाणिक वित्तीय संस्थानों के माध्यम से ही लेन-देन करें।

    साइबर ठगी से बचने इन बातों का रखें ध्‍यान

    – साइबर ठगी से बचने के लिए फिशिंग ईमेल से सतर्क रहें।

    – केवल सुरक्षित वेबसाइटों पर ही लेन-देन करें।

    – अनजान कॉल्स और संदेशों से निजी जानकारी साझा न करें।

    – आकर्षक निवेश प्रस्तावों पर सावधानी बरतें और पूरी जानकारी प्राप्त करें।

    – सुरक्षा सॉफ़्टवेयर और नियमित अपडेट से अपने डिवाइस की सुरक्षा सुनिश्चित करें।

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